
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के जरिए देश के किसानों को भी ईश्वरीय देन के कारण फसल में बर्बादी होने पर बीमा प्रदान किया जाएगा। इस योजना का कार्यान्वयन भारतीय कृषि बीमा कंपनी द्वारा किया जाता है। फसल बीमा योजना में केवल ईश्वरीय आपदा जैसे कि सूखा पड़ना ओले पड़ना बहुत तूफान आना बे मौसम बारिश होना बाढ़ शामिल है। लेकिन राशि तब प्रदान नहीं की जाएगी जब किसी और वजह से फसल का नुकसान होगा
फसल बीमा योजना के जरिए केंद्र सरकार द्वारा 8800 सौ करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया जाता है। इस योजना के जरिए जिस पर उन्हें बीमा प्रदान किया जाएगा, किसानों को खरीफ यानि पतझड़ के मौसम वाले फसल का 2% और रवि यानि सर्दी वाले फसल का 1.5% भुगतान बीमा कंपनी को करना होगा।
मेरी बीमा में राहत अभियान का शुभारंभ)
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी की द्वारा एक राष्ट्रीय अभियान आरंभ किया गया है। इस अभीयान का नाम ‘मेरी बीमा मेरा हाथ है’, अभियान का आरंभ बुरी बलाई गांव (इंदौर से 35 किलोमीटर दूर) में किया गया था।
इस अभियान का खास बात प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पूरे भर के किसानों तक पहुंचे ।इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 18फरवरी2016 को की गई थी। फसल बीमा योजना के पश्चात फसलों को सूखा आंधी तूफान बेमौसम बारिश बाढ़ जैसी परेशानी से सुरक्षा प्रदान करना है।
इस योजना का खास बात ईश्वरिय देन से नुकसान की स्थिति में किसानों को किफायती दर पर बीमा प्रदान करना है।अब तक लगभग 36 करोड किसानों को इस योजना का लाभ प्रदान किया गया है।
मेरी बीमा मेरा हाथ अभियान को 1 महीने तक संचालित किया जाएगा।जिसमे रबि फसल 2021-2022 के जरिए विमित सभी किसानों को उसके घर जाकर फसल बीमा योजना की जानकारी प्रदान किए जाएंगे के माध्यम से ईश्वर की दी हुई खेती ड्रोन सैपल जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी से भी जानकारी कराया जाएगा।
योजना का खास बात है यह सुनिश्चित करना है कि सभी किसानों तक सरकार की नीतियों भूमि रिकार्ड दावे की प्रक्रिया और शिकायत निवारण के बाद अभी जानकारी प्राप्त हो रही है या नहीं। इस योजना के माध्यम से 107000 करोड़ से अधिक की राशिकिसानों के खाते में वितरित हो गई है
फसल बीमा योजना के जरिए 49लाख किसानों के खाते में खाते मे किया गया भुगतान =
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा फसल बीमा योजना के जरिए 4900000 किसानों को 7618 करोड़ रुपए की राशि का
भुगतान किया गया है। राज्य के बेतूल जिले में सबसे ज्यादा किसानों को इस योजना का लाभ प्राप्त हुआ है मुख्यमंत्री जी द्वारा बोतल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री जी द्वारा यह राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर की गई है।यह राशि खरीफ 2020 एवम रबी फसल 2020-2021 में हुए फसल के नुकसान की भरपाई करने के लिए जारी की गई है। मुख्यमंत्री जी द्वारा यह भी जानकारी प्रदान की गई है कि इस योजना के जरिए पहले 2878 करोड़ का भुगतान किया गया
किया था।
अब तक लगभग 10,494 करोड़ रुपए राज्य सरकार द्वारा किसानों के खाते में इस योजना के जरिए ट्रांसफर किए गए हैं। पिछले 22 महीने में सरकार द्वारा 1.76 लख करोड़ रुपए की राशि किसानों के खाते में वितरित की गई है। सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र का विकास करने के लिए हमेशा प्रयास किया जा रहा है। जिसके लिए सरकार बहुत सारी योजनाओं का कार्यान्वयन कर रही है।
31 दिसंबर 2021 तक किया जाएगा फसल बीमा योजना के अंतर्गत आवेदन

फसल बीमा योजना के जरिए रबी सीजन के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है ।लाभ लेने वालों के द्वारा किसान बैंक में अपनी फसल के अनुसार राशि जमा करके इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है। लाभ लेने वाले इस योजना के जरिए 30 दिसंबर 2021 तक आवेदन कर सकते हैं।
इस बात की जानकारी उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ कृष्ण कुमार द्वारा प्रदान की गई है।रबि सीजन के लिए किसानों द्वारा मेरी फसल मेरी बीमा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण किया जा हैं। पोर्टल पर अपनी फसल का सटीक विवरण भरना होगा।
इसके अलावा फसलों की स्थिति स्पष्ट करना भी अनिवार्य है। कई फसल ऐसे हैं जो गेहूं के खेत में गेहूं के साथ
सरसों की बुवाई की जाती हैँ। इससे परेशानी हो जाती है। इसलिए केसीसी किसानों द्वारा 13 दिसंबर 2021 अपनी फसलों की स्थिति बैंक में जाकर और स्पष्ट करवाना अनिवार्य है । जिसमें उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
वह सभी किसान जो इस योजना का लाभ नहीं उठाना चाहते उन्हें बैंक में जाकर प्रीमियम ना कटवाने के लिए लिखित आवेदन करना होगा।जिसके लिए 15 दिसंबर 2021 से पहले बैंक में जाना होगा। बैंक द्वारा केसीसी धारक किसानों का प्रीमीमय काटने की करवाई 15 दिसंबर के बाद शुरू कर दी जाती है इसके बात कोई भी बदलाव नहीं किया जाता।
मध्य प्रदेश के 4700000 किसानों ने किया आवेदन

फसल बीमा योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश में इस वर्ष 4700000 लाख किसानों को लाभ पहुंचाना है। हर वर्ष 3लाख किसान इस योजना से जुड़े रहे हैं। इस योजना से जुड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा उज्जैन के किसानों ने इस योजना के जरिए अपना बीमा करवाया है।उज्जैन तथा सिंगरौली में बीमा करने वाले धारको की संख्या 429 हजार और 855 किसानों ने बीमा करवाया है।
सन 2016 में 2500000 किसानों ने बीमा करवाया था। इस वर्ष बीमा कराने वाले किसानों की संख्या पिछले सभी बरसों से अधिक है। इस योजना के जरिए बीमा करने के लिए किसानों को केवल 2% प्रीमियम का भुगतान करना होता है।
एवं प्रीमियम की 98% राशि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा वहन की जाती है।इसके अलावा
मंदसौर सीहोर देवास राजगढ़ के किसानों ने भी इस योजना के जरिए अपना बीमा करवाया है।