
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने भारत के फुटवियर उद्योग के संदर्भ में नियंत्रण नियंत्रण आदेश को लागू करने की योजना बनाई है
- किंतु नए नियंत्रण आदेश के अंतर्गत क्या-क्या प्रदान किए जाएंगे इसकी औपचारिक जानकारी अभी स्पष्ट नहीं की गई है उल्लेखनीय है कि यह नए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश 1 जुलाई 2023 से लागू होंगे।
- गुणवत्ता नियंत्रण आदेश क्या है।
- वस्तुतः गुणवत्ता नियंत्रण आदेश एक ऐसी व्यवस्था है जिसके अंतर्गत किसी भी देसी अथवा विदेशी उत्पाद को बाजार में बेचने से पहले उसकी गुणवत्ता का निर्धारित एवं प्रमाणीकरण किया जाता है
- भारत में कृषि उत्पादन की गुणवत्ता के निर्धारित निर्धारण अनुपालन यह प्रमाणीकरण का जिम्मा भारतीय मानक ब्यूरो को सौंपा गया है गुणवत्ता नियंत्रण आदेश 2003 के तहत भारतीय मानक ब्यूरो को इस संदर्भ में शक्तियां प्रदान की गई हैं
- इसके अलावा भारत सरकार भारतीय मानक ब्यूरो के विचार -विमर्श करने के बाद गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के अंतर्गत किसी उत्पाद को सम्मिलित कर सकती है।
- केंद्र सरकार की हालिया घोषणा उद्देश्य
- गुणवत्ता नियंत्रण आदेश का प्रमुख उद्देश्य उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्ता युक्त उत्पाद उपलब्ध करवाने के साथ ही उपभोक्ता के हितों को संरक्षण प्रदान करना होता है इसके अलावा मंत्रालय की और से भी कहा गया है कि चर्म उद्योग में मशीनरी के आयात पर और घरेलू मशीनरी निर्माताओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए निर्भरता कम करने की आवश्यकता है और घरेलू मशीनरी निर्माताओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए
- भारत का तर्क –
वहीं, भारत सरकार का तर्क है कि नए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश को लागू करने का मुख्य उद्देश्य भारती चर्म उद्योग एवं फुटवियर उद्योग को प्रोत्साहित करना एवं उपभोक्ताओं के हितों को संरक्षण प्रदान करना है