
चर्चा में क्यों
*राजस्थान- तमिलनाडु, मदुरै 15-17. January
- पोगल
*गुड़ (कच्ची,चीनी,,) के साथ दूध में उबाल एवं चावल की नई फसल में तैयार पारंपरिक व्यंजन - सूर्य देवता की पूजा
क्या है जली कटटू् - 2000 वर्ष पुराना एक प्रतिस्पर्धा खेल जिसमे बैलो को अपने काबू में करने की कोशिश की जाती है
*मदुरई तिरू चिरापलली,थेनी,पुदुकोट ई और डिडीगुल
*शुद्ध नस्ल के सांडों के शुद्ध नस्लो को संरक्षित करने का एक प्राचीन परम्परा
जल्लीकट्टू का महत्व
*शुद्ध नस्ल के साडो को सुरक्षित करने का एक पारंपरिक तरीका
- जल्लीकट्टू इन पर पशुओं की रक्षा करने का एक तरीका है
** कटु के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लोकप्रिय देसी मवेशी नस्लों मे कंगायन,पुलिकुलम,उमबलाचेरी,बारगुर और मलाई मडू आदी शामिल हैं
- कर्नाटक द्वारा भी कमला नामक एक ऐसे ही खेल को बनाने के लिए एक कानून प्रेरित किया गया है
- जल्लीकट्टू पर कानूनी हस्तक्षेप
- वर्ष 2011 में केंद्र सरकार द्वारा बैलों को उन जानवरों जानवरों की सूची में शामिल किया गया है जिनका परीक्षण और प्रदर्शनी प्रतिबंधित है
- वर्ष 2014 में सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका द्वारा की गई थी जिस पर फैसला सुनाते सर्वोच्च न्यायालय ने जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगा दिया गया
- राज्य सरकार भूमिका
- चुनौती
- वर्ष 2018 में सर्वोच्च न्यायालय ने जल्लीकट्टू मामले को एक संविधान पीठ के पास भेज दिया जहां वह मामला अभी लंबित ह
संबंधित चिंताएं
- अनुच्छेद 29(1) नागरिकों के शैक्षिक और सांस्कृतिक अधिकारों की रक्षा के लिए संविधान के भाग lll के तहत गारंटिकृत मौखिक अधिकार
- पशु कूरता रोकथाम अधिनियम 1960
*.पशु क्रूरता रोकथाम,(तमिलनाडु संशोधन) अधिनियम 1917 और पशु क्रूरता रोकथाम,( जल्लीकट्टू का संचालन) नियम 2017
- क्या ऐसे कानून पशुओं के लिए गलत सिद्ध हो सकते हैं
- आगे की राह,
*स्वतंत्रता,, हर जीवित प्राणी में निहित है
- आलोचकों द्वारा कुप्रथा कहा गया है
- एक समुदाय की पहचान का प्रतीक है
- विनियमित यह सुधारा जा सकता है