
- चर्चा में क्यों
हाल ही में इसरो की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार भारत के पहले सौर मिशन आदित्य – एल 1 मिशन के जून 2023 तक शुरू होने की संभावना है - प्रमुख बिंदु
सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष आधारित भारतीय मिशन आदित्य-एल-1,सूर्य की गतिशील प्रक्रिया में नए खोज की कोशिस करेगा, साथ ही हेलियोफिजिक्स और सौर भौतिकी के क्षेत्र में उत्पन्न हुई सारी समस्याओं का समाधान करेगा । - आदित्य एल 1 मिशन को सूर्य -पृथ्वी प्रणाली के लांगेजो हिंन्दु 1 ( एल 1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में रखा जाएगा जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर है
मिशन-एल-1, बिंदु के चारों और प्रभामंडल होगा जो कक्षा में रखे गए उपग्रह के लाभ से सम्बंधित कार्य सूर्य को बिना किसी अच्छादन ग्रहण को लगातार देखना है। यह सही समय में सौर द्वारा किये गए कार्यो और अंतरिक्ष मौसम परअपने प्रभाव को दिखायेगा।